ईशरा परमेसरा
संवत पन्नर पनरमें, जनमे ईशर दास
चारण वरण चकोर में, उण दिन भयो उजास्।।
सर भुव सर शशि बीज भ्रगु, श्रावण सित पख वार।
समय प्रातः सूरा घरे ईशर भो अवतार।।